Trending News

प्रधानमंत्री मोदी ने गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देते हुए भारतीय संविधान बनाने वाले पुरुषों और महिलाओं को दी श्रद्धांजलि

इस वर्ष गणतंत्र दिवस परेड में भारतीय सैन्य शक्ति और सांस्कृतिक विविधता (Cultural Diversity) का शानदार प्रदर्शन किया जाएगा। इस बार का मुख्य आकर्षण "जनभागीदारी" (Janbhagidari) का संदेश होगा।

आज 26 जनवरी 2025 को भारत 76वें गणतंत्र दिवस का जश्न मना रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने इस अवसर पर देशवासियों को खास संदेश दिया। उन्होंने एक्स (Twitter) पर अपनी शुभकामनाएं साझा करते हुए लिखा कि यह दिन हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों और संविधान की भावना को नमन करने का है। परेड (Republic Day Parade) आज सुबह 10:30 बजे शुरू होगी, और प्रधानमंत्री राष्ट्रीय युद्ध स्मारक (National War Memorial) पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।Haryana news in hindi: हरियाणा में पुरानी फाइलों पर फिर चलेगी जांच की कैंची, भ्रष्टाचारियों पर शिकंजा कसेगी सरकार

प्रधानमंत्री ने अपने संदेश में लिखा, “गणतंत्र दिवस पर सभी देशवासियों को मेरी हार्दिक शुभकामनाएं। यह दिन उन सभी महिलाओं और पुरुषों को याद करने का है जिन्होंने हमारे संविधान को आकार दिया। हमें लोकतंत्र (Democracy) और एकता के मूल्यों को बनाए रखने की दिशा में काम करना चाहिए।”

परेड में झांकियां और जनभागीदारी का संदेश

Happy Republic Day
परेड में तीनों सेनाओं की झांकी पहली बार एकजुटता और समन्वय का प्रतीक बनेगी। भारतीय रक्षा मंत्रालय ने बताया कि इस झांकी का विषय “सशक्त और सुरक्षित भारत” (Empowered and Secured India) होगा। इसमें तीनों सेनाओं के संयुक्त ऑपरेशन रूम और उनके बीच नेटवर्किंग की झलक दिखेगी।

इस बार इंडोनेशिया (Indonesia) के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांटो गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि होंगे। यह आयोजन भारतीय संविधान के 75 वर्ष पूरे होने की ऐतिहासिक उपलब्धि का जश्न भी है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) इस भव्य समारोह में राष्ट्र का नेतृत्व करेंगी।

सांस्कृतिक और तकनीकी विकास की झलक

परेड में 16 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की झांकियां भाग लेंगी। इन झांकियों का मुख्य विषय “स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास” (Golden India: Heritage and Development) रहेगा। इसके साथ ही केंद्र सरकार के 10 मंत्रालयों और विभागों की झांकियां भी देश की समृद्ध सांस्कृतिक और तकनीकी प्रगति को प्रदर्शित करेंगी।

इस साल परेड को देखने के लिए करीब 10,000 विशेष अतिथियों को आमंत्रित किया गया है। परेड का आयोजन कर्तव्य पथ (Kartavya Path) पर होगा, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। इसके बाद वे सलामी मंच पर जाकर परेड का अवलोकन करेंगे।

भारत की सैन्य शक्ति का प्रदर्शन

तीनों सेनाओं की झांकी में भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना की नवीनतम तकनीक, हथियार और संयुक्त अभियानों की झलक होगी। झांकी में “सशक्त भारत, सुरक्षित भारत” के माध्यम से भारतीय सैन्य बलों की मजबूती और एकजुटता दिखाई जाएगी।

इसके साथ ही, स्वदेशी रूप से विकसित हथियार प्रणाली, जैसे अर्जुन टैंक और ब्रह्मोस मिसाइल, परेड का हिस्सा होंगे। यह भारत की आत्मनिर्भरता (Self-Reliance) और रक्षा क्षेत्र में प्रगति का प्रतीक है।

गणतंत्र दिवस का ऐतिहासिक महत्व

गणतंत्र दिवस भारत की लोकतांत्रिक उपलब्धियों और संविधान की ताकत का प्रतीक है। 26 जनवरी 1950 को भारत ने अपने संविधान को अपनाया था, जो आज विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र की नींव है। इस दिन को देश की स्वतंत्रता, समानता और न्याय के मूल्यों को मनाने के रूप में देखा जाता है।Upcoming IPO List: निवेशक बनेंगे मालामाल, आने वाले हफ्तों में है कमाई का बड़ा मौका

परेड का विशेष शेड्यूल

गणतंत्र दिवस परेड सुबह 10:30 बजे शुरू होगी और करीब 90 मिनट तक चलेगी। इसमें कई सांस्कृतिक कार्यक्रम और झांकियां शामिल होंगी, जो भारत की सांस्कृतिक विरासत और आधुनिक उपलब्धियों को दर्शाएंगी। इस बार का आयोजन विशेष रूप से 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में भव्य बनाया गया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button